Monday, 21 September 2015

Top Class Urdu Ghazal

Kabhi ruk gaye
Kabhi chal diye
Kabi chalte chalte bhatak gaye,

Yun he umr sari guzaar di yun he zindagi k sitam sahay.

Kabhi neend mein
Kabhi hosh mein
Tu jahan mili
Tujhe dekh kr,

Na nazar mili
Na zuban hili
Yunhi sar jhuka k guzar gaye.

Kabhi zulf per
Kabhi chashm per
Kabhi tere haseen wujood per,

Jo pasand thay
Meri kitab mein
Wo shair sarey bikhar gaye.

Mujhe yaad hai
Kabhi aik thay
Magar aaj hum hain juda juda,

Wo juda huay
To sanwr gaye
Hum juda huay
To bikhar gaye.

Kabhi arsh per
Kabhi farsh per
Kabhi unke darr
Kabhi darbadar,

Ghum-E-Aashiqi
Tera shukriya
Hm kahan kahan se guzar gaye.

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Friday, 11 September 2015

नर भेेडिया | सोलंंकी जी की नवीन रचना



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Wednesday, 9 September 2015

Kese Bhoool gaya wo guzre huwe din


Kese Bhoool gaya wo guzre huwe din
Lagta nahi tha us ka dil mere bin
Dosto se kaha karta tha wo b,
Kiya ye b ji sakta hai mere bin
Mazaq ban jaya karta tha jo Doston mein
khud ko tanha samjta tha wo mere bin
Isse hade diwangi kahoon ya pagalpan
tasawar me wo batein kiya karta tha mere bin
Wo mosmoon k badlny se darta nahi tha lekin
bahar mein murjhaya karta tha mere bin
Ab As tot gain uske aani ki
Lagta hai Jina sekh chuka hai mere bin.

Tuesday, 8 September 2015

MUJHE BEHAD MOHABAT HAI


MUJHE BEHAD MOHABAT HAI

Teray qadmo ki ahat se
Teri haseen muskurahat se

Teri batoon ki khushbu se
Teri ankhon k jadu se

Teri dil kash adaon se
Teri qatil Aadaun se

MUJHE BEHAD MOHABAT HAI!

Teri rahon me rukne se
Teri palkon k jhukne se

Teray honton k hilne se
Sehar-o-sham hatton pe tera hi naam likhne se

Teray tesh-o-adawat se
Teri be-jaa shikayat se

Kahan tak kahun sanam mere
TERI HAR EK ADAT SE

MUJHE Behad MOHABAT HAI.

Top Class Punjabi Portey


Mitraan di chhatri ton ud gayee
Ambaraan te launi e udaariyaan

Phul koi vilayat wala lai gayaa
Ghud da main reh gaya kyariyaan

Mitraan di chhatri ton ud gayee
Ambaraan te launi e udaariyan
Ni bagiye kabutariye

Kande rakhi karde reh gaye hai paur nazara lai gaye
London to aye bawpari nath pa sone di lai gaye

Pata nahi crazy kyon vilayat layee
Sariyaan punjab ch kawariyaan

Mitraan di chhatri ton ud gayee

Saddi hik utte sapp littde ni jad turdee hulara khake
Hunn bangi badi valataan ni tu belly button pawa ke

Mitraan da gadda aj bhul gayi
Kare limozine vich tu sawariyaan

Mitraan di chhatri ton ud gayee

Sondi si toot di chaahvein ni tu path da sahrahna laa kay
Kaaton bhul gayi din purane ni billo kachiya ambiyaan kha ke
Langda galich jadon GaRrY yaar si
Rakhdi si kholke tu bariya

Mitraan di chhatri ton ud gayee,

Main tu Aashiq hun deewana na banana mujhko


Kachi dewaar hun Thokar na lagana mujhko
Apni nazaron me Basa kr na girana mujhko
Tumko ankhon me tasavvur ki tarh rakhta hun
Dil me dhadkan ki tarh tum B basana mujhko
Baat karne me jo mushkil ho tumhe mahafil me
Main samajh jaoga nazron se batana mujhko
Waada utana hi kro jitna nibha sakte ho
Khvab pura jo na ho vo na dikhana mujhko
Apne rishte ki nazakt ka bharm rakh lena
Main to Aashiq hun deewana na banana mujhko.

Saturday, 5 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) कुछ कुछ होता है / साजन जी घर आये

विवाह गीत (फिल्मों से)

कुछ कुछ होता है / साजन जी घर आये

 कब से आए हैं तेरे दूल्हे राजा
अब देर न कर जल्दी आजा

तेरे घर आया मैं आया तुझको लेने
दिल के बदले में दिल का नज़राना देने
मेरी हर धड़कन क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए साजन जी घर आए
दुल्हन क्यूं शरमाए साजन जी घर आए

ऐ दिल चलेगा अब ना कोई बहाना
गोरी को होगा अब साजन के घर जाना
माथे की बिंदिया क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

दीवाने की चाल में फंस गई मैं इस जाल में
ऐ सखियों कैसे बोलो बोलो
मुझपे तो ऐ दिलरुबा तेरी सखियां भी फ़िदा
ये बोलेंगी क्या पूछो पूछो
जा रे जा झूठे तारीफ़ें क्यूं लूटे
तेरा मस्ताना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

ना समझे नादान है ये मेरा एहसान है
चाहा जो इसको कह दो कह दो
छेड़ो मुझको जान के बदले में एहसान के
दे दिया दिल इसको कह दो कह दो
तू ये ना जाने दिल टूटे भी दीवाने
तेरा दीवाना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

मेंहदी लाके गहने पाके
हाय रो के तू सबको रुला के
सवेरे चली जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तू जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तेरे घर आया ...

Friday, 4 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) आदमी सड़क का / आज मेरे यार की शादी है

विवाह गीत (फिल्मों से) 

आदमी सड़क का / आज मेरे यार की शादी है

अमीर से होती हैं, गरीब से होती हैं
दूर से होती हैं, क़रीब से होती हैं
मगर जहाँ भी होती हैं, ऐ मेरे दोस्त
शादियाँ तो नसीब से होती हैं

आज मेरे यार की शादी है
यार की शादी है, मेरे दिलदार की शादी है
लगता है जैसे सारे संसार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

वक़्त है खूबसूरत, बड़ा शुभ लगन मुहूरत
देखो क्या खूब सजी है, दुल्हे की भोली सूरत
ख़ुशी से झूमे है मन, मिला सजनी को साजन
कैसे संजोग मिले हैं, चोली से बँध गया दामन
एक मासूम कली से मेरे गुलज़ार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

ओ सुन मरे दिल जानी, तेरी भी ये जवानी
शुरु अब होने लगी है, नयी तेरी जिंदगानी
ख़ुशी से क्यों इतराए, आज तू हमें नचाये
वक़्त वो आने वाला, दुल्हनिया तुझे नचाये
किसी के सपनों के सोलह-सिंगार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

सारे तारे तोड़ लाऊँ, तेरे सेहरे को सजाऊँ
फूल राहों में बिछाऊँ मैं प्यार के
आज लूँगा मै बलाएं, दूँगा दिल से दुआएं
डाल गले में ये बाँहें अब यार के
एक चमन से देखो आज बहार की शादी है

आज मेरे यार की शादी है... 

‘Bigg Boss 9’: Do You Know what’s the theme for this season ?

‘Bigg Boss 9’: Know what’s the theme for this season
Salman Khan in 'Bigg Boss' season 8.

The makers of Bigg Boss have thought of a unique theme for the show’s ninth edition. Last year, the airport theme turned out to be quite an exciting one, but this year, it’s going to be ‘Navrang’.
‘Navrang’ or nine colours will symbolise the nine moods - Love, Laughter, Fury, Compassion, Disgust, Horror, Heroic, Wonder and Peace, @biggbossnewz reported.

Each of these human emotions will be depicted by nine colours.

One of the most popular TV shows in India, ‘Bigg Boss’ has been successfully completed eight seasons and is gearing up to make a splash yet again for the ninth time!

Thursday, 3 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) | हम आपके हैं कौन / बाबुल जो तुमने सिखाया

विवाह गीत (फिल्मों से)

हम आपके हैं कौन / बाबुल जो तुमने सिखाया

बाबुल जो तुमने सिखाया, जो तुमसे पाया
सजन घर ले चली, सजन घर मैं चली

यादों के लेकर साये, चली घर पराये, तुम्हारी लाड़ली
कैसे भूल पाऊँगी मैं बाबा, सुनी जो तुमसे कहानियाँ
छोड़ चली आँगन में मइया, बचपन की निशानियाँ
सुन मेरी प्यारी बहना, सजाये रहना, ये बाबुल की गली
सजन घर मैं चली ...

बन गया परदेस घर जन्म का, मिली है दुनिया मुझे नयी
नाम जो पिया से मैं ने जोड़ा, नये रिश्तों से बँध गयी
मेरे ससुर जी पिता हैं, पति देवता हैं, देवर छवि कृष्ण की
सजन घर मैं चली ... 

Wednesday, 2 September 2015

विवाह गीत (फ़िल्मों से) | नीलकमल / बाबुल की दुआएं लेती जा

विवाह गीत (फ़िल्मों से)

नीलकमल / बाबुल की दुआएं लेती जा

बाबुल की दुआएं लेती जा
जा तुझको सुखी संसार मिले
मैके की कभी ना याद आए
ससुराल में इतना प्यार मिले
बाबुल की दुआएं ...

नाज़ों से तुझे पाला मैंने
कलियों की तरह फूलों की तरह
बचपन में झुलाया है तुझको
बाँहों ने मेरी झूलों की तरह
मेरे बाग़ की ऐ नाज़ुक डाली
तुझे हर पल नई बहार मिले
बाबुल की दुआएं ...

जिस घर से बँधे हैं भाग तेरे
उस घर में सदा तेरा राज रहे
होंठों पे हँसी की धूप खिले
माथे पे ख़ुशी का ताज रहे
कभी जिसकी जोत न हो फीकी
तुझे ऐसा रूप-सिंगार मिले
बाबुल की दुआएं ...

बीतें तेरे जीवन की घड़ियाँ
आराम की ठंडी छाँवों में
काँटा भी न चुभने पाए कभी
मेरी लाड़ली तेरे पाँवों में
उस द्वार से भी दुख दूर रहें
जिस द्वार से तेरा द्वार मिले
बाबुल की दुआएं ... 

Tuesday, 1 September 2015

विवाह गीत (फ़िल्मों से) | नदिया के पार / जब तक पूरे न हो फेरे सात

विवाह गीत (फ़िल्मों से)
नदिया के पार / जब तक पूरे न हो फेरे सात
जब तक पूरे न हों फेरे सात
तब तक दुल्हिन नहीं दुल्हा की
तब तक बबुनी नहीं बबुआ की

अबही तो बबुआ पहली भँवर पड़ी है
अभी तो पहुना दिल्ली दूर खड़ी है
पहली भँवर पड़ी है,दिल्ली दूर खड़ी है
करनी होगी तपस्या सारी रात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...

जैसे जैसे भँवर पड़े मन अंगना को छोड़े
एक एक भाँवर नाता अन्जानों से जोड़े
घर अंगना को छोड़े, नाता अन्जानों से जोड़े
सुख की बदरी आंसू की बरसात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...

सात फेरे धरो बबुआ भरो सात वचन जी
ऐसे कन्या कैसे अर्पण कर दे तन भी मन भी
उठो उठो बबुनी देखो ध्रुव तारा
ध्रुव तारे सा हो अमर सुहाग तिहारा
ओ देखो देखो ध्रुव तारा, अमर सुहाग तिहारा
सातों फेरे सातों जन्मों का साथ...